ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड से कैसे बचा जाए?
भारत में ऑनलाइन फ्रॉडस में सबसे ज्यादा प्रभावित 27 से 38 age वाले लोग होते हैं । आज यह फ्रॉड 6 गुना तेजी से बढ़ गए हैं । इनसे बचने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां रखनी चाहिए।
FIC की एक स्टडी रिपोर्ट के अनुसार देश में online fraud की संख्या में 2 गुना उछाल आया है यह 37% तक पहुंच गई है, 18% से । इसका शिकार ज्यादातर एडल्ट उम्र 28 से 42 साल के लोग शिकार हो रहे हैं । FIC की एनुअल रिपोर्ट के अनुसार ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होने वालों में 96% लोगो मे पेमेंट के लिए मोबाइल एप्स का उपयोग पिछले कुछ साल से ही बढा़ है । इस रिपोर्ट के मुताबिक 2016 से अभी तक ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड 6 गुना तेजी से बढ़ गया है इन फ्रॉड में 12% आईवीआर कॉल 18% ईमेल आईडी हैक , 21% मोबाइल फोन, 46% बैंकिंग के जरिए हुए हैं ।
और 27 से 37 साल की age वाले ज्यादातर क्यों होते हैं ?
इस ग्रुप के लोगों का मोबाइल पेमेंट की और रुचि बढ़ती जा रही है क्योकि यह तरीका यूजर-फ्रेंडली तथा समय भी बचाता है, user इसके अलावा रोजाना डिजिटल लेन-देन भी करते हैं। इसी अनुसार यूजर किसी ऐसी साइट पर चला जाता है जो अनसिक्योर्ड site हो जो यूजर का सेंसेटिव information चुरा सकती हैं ।
ऐसे कई फ्रॉड होते हैं-
फिशिंग(phishing):-एक साइबर crime है इसमे कस्टमर को नकली मेल,फोन call, टेक्स्ट मैसेज द्वारा उनकी बैंकिंग क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड नकली bank अधिकारी बनकर डिटेल प्राप्त करने की कोशिश की जाती हैं । अन्यथा user को कोई मलेशियन लिंक भेजकर कर या अटैचमेंट डिस्ट्रीब्यूट कर उन्हें आसानी से फंसाया जा सकते हैं।
Payment App भी हो , हमे सावधानियॉ बर्तनी चाहिए-
(1). पासवर्ड, पिन शेयर नहीं करना चाहिए लेकिन कई बार हम इन्हें याद नही रखने की कारण किसी कागज पर लिख लेते हैं एवं कई लोगों के साथ शेयर भी कर देते हैं ऐसा कभी नहीं करना चाहिए । पासवर्ड याद रखने के लिए आप secure browser, device पर ही सेव कर सकते है।
(2). याद रहे कभी भी पब्लिक Wi-Fi के इंटरनेट की मदद से पेमेंट ना करें । क्योकि निजी नेटवर्क की तुलना में पब्लिक वाईफाई पर सुरक्षा के उपाय कम होते हैं, जिसका इस्तेमाल हैकर(hacker) अपने फायदे के लिए कर सकता हैं । हमेशा सिक्योर इंटरनेट या अपने मोबाइल डाटा से ऑनलाइन पेमेंट करें अन्यथा पब्लिक वाईफाई से पेमेंट करने के बाद अपना मुख्य रूप से पासवर्ड बदल दे।
(3). यदि डिजिटल पेमेंट से संबंधित किसी समस्या के लिए अगर आपको customer care से संपर्क करना पड़े तो हमेशा इस बात का मुख्य रूप से ध्यान रखें कि जिस नंबर पर कॉल लगा रहे हो वह नंबर company या संस्था के ऑफिशल वेबसाइट से लिया गया हो या ऑफिशियल नंबर हो।
(4). इंटरनेट पर रोज नए मालवीय स्पाइवेयर आ सकते है। इनसे बचने के लिए फायर बॉल एंटीवायरस को उपयोग करें। एवं Ads ब्लॉकिंग सॉफ्टवेयर एवं स्पाइवेयर डिटेक्शन प्रोग्राम के इस्तेमाल से ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं।
(5). Online ट्रांजैक्शन के बाद तुरंत अपने बैंक, डेबिट-क्रेडिट कार्ड और मर्चेंट साइड से लॉग आउट करें । एवं अपने कंप्यूटर पर किसी भी तरह के फाइनेंसियल या Id's पासवर्ड सेव न करे।
भारत में ऑनलाइन फ्रॉडस में सबसे ज्यादा प्रभावित 27 से 38 age वाले लोग होते हैं । आज यह फ्रॉड 6 गुना तेजी से बढ़ गए हैं । इनसे बचने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां रखनी चाहिए।
FIC की एक स्टडी रिपोर्ट के अनुसार देश में online fraud की संख्या में 2 गुना उछाल आया है यह 37% तक पहुंच गई है, 18% से । इसका शिकार ज्यादातर एडल्ट उम्र 28 से 42 साल के लोग शिकार हो रहे हैं । FIC की एनुअल रिपोर्ट के अनुसार ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होने वालों में 96% लोगो मे पेमेंट के लिए मोबाइल एप्स का उपयोग पिछले कुछ साल से ही बढा़ है । इस रिपोर्ट के मुताबिक 2016 से अभी तक ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड 6 गुना तेजी से बढ़ गया है इन फ्रॉड में 12% आईवीआर कॉल 18% ईमेल आईडी हैक , 21% मोबाइल फोन, 46% बैंकिंग के जरिए हुए हैं ।
और 27 से 37 साल की age वाले ज्यादातर क्यों होते हैं ?
इस ग्रुप के लोगों का मोबाइल पेमेंट की और रुचि बढ़ती जा रही है क्योकि यह तरीका यूजर-फ्रेंडली तथा समय भी बचाता है, user इसके अलावा रोजाना डिजिटल लेन-देन भी करते हैं। इसी अनुसार यूजर किसी ऐसी साइट पर चला जाता है जो अनसिक्योर्ड site हो जो यूजर का सेंसेटिव information चुरा सकती हैं ।
ऐसे कई फ्रॉड होते हैं-
फिशिंग(phishing):-एक साइबर crime है इसमे कस्टमर को नकली मेल,फोन call, टेक्स्ट मैसेज द्वारा उनकी बैंकिंग क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड नकली bank अधिकारी बनकर डिटेल प्राप्त करने की कोशिश की जाती हैं । अन्यथा user को कोई मलेशियन लिंक भेजकर कर या अटैचमेंट डिस्ट्रीब्यूट कर उन्हें आसानी से फंसाया जा सकते हैं।
Payment App भी हो , हमे सावधानियॉ बर्तनी चाहिए-
(1). पासवर्ड, पिन शेयर नहीं करना चाहिए लेकिन कई बार हम इन्हें याद नही रखने की कारण किसी कागज पर लिख लेते हैं एवं कई लोगों के साथ शेयर भी कर देते हैं ऐसा कभी नहीं करना चाहिए । पासवर्ड याद रखने के लिए आप secure browser, device पर ही सेव कर सकते है।
(2). याद रहे कभी भी पब्लिक Wi-Fi के इंटरनेट की मदद से पेमेंट ना करें । क्योकि निजी नेटवर्क की तुलना में पब्लिक वाईफाई पर सुरक्षा के उपाय कम होते हैं, जिसका इस्तेमाल हैकर(hacker) अपने फायदे के लिए कर सकता हैं । हमेशा सिक्योर इंटरनेट या अपने मोबाइल डाटा से ऑनलाइन पेमेंट करें अन्यथा पब्लिक वाईफाई से पेमेंट करने के बाद अपना मुख्य रूप से पासवर्ड बदल दे।
(3). यदि डिजिटल पेमेंट से संबंधित किसी समस्या के लिए अगर आपको customer care से संपर्क करना पड़े तो हमेशा इस बात का मुख्य रूप से ध्यान रखें कि जिस नंबर पर कॉल लगा रहे हो वह नंबर company या संस्था के ऑफिशल वेबसाइट से लिया गया हो या ऑफिशियल नंबर हो।
(4). इंटरनेट पर रोज नए मालवीय स्पाइवेयर आ सकते है। इनसे बचने के लिए फायर बॉल एंटीवायरस को उपयोग करें। एवं Ads ब्लॉकिंग सॉफ्टवेयर एवं स्पाइवेयर डिटेक्शन प्रोग्राम के इस्तेमाल से ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं।
(5). Online ट्रांजैक्शन के बाद तुरंत अपने बैंक, डेबिट-क्रेडिट कार्ड और मर्चेंट साइड से लॉग आउट करें । एवं अपने कंप्यूटर पर किसी भी तरह के फाइनेंसियल या Id's पासवर्ड सेव न करे।
Thanks for sharing information.
ReplyDeleteThanks for your information
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